डीएवी कॉलेज के छात्रों ने उत्तर पूर्व भारत की उत्कृष्ट संस्कृति का प्रदर्शन किया

डीएवी कॉलेज के छात्रों ने उत्तर पूर्व भारत की उत्कृष्ट संस्कृति का प्रदर्शन किया

डीएवी कॉलेज के छात्रों ने उत्तर पूर्व भारत की उत्कृष्ट संस्कृति का प्रदर्शन किया

डीएवी कॉलेज के छात्रों ने उत्तर पूर्व भारत की उत्कृष्ट संस्कृति का प्रदर्शन किया

चंडीगढ़, 26 मई (शर्मा)। इतिहास विभाग, डीएवी कॉलेज, सेक्टर 10, चंडीगढ़ ने आज उत्तर-पूर्व सांस्कृतिक शो का आयोजन किया, जो भारत के उत्तर पूर्व राज्यों से संबंधित छात्रों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम था।  इस आयोजन का उद्देश्य उत्तर-पूर्व भारत के इतिहास, संस्कृति, लोक परंपराओं और संगीत की समझ हासिल करना था।  आठ उत्तर पूर्वी राज्यों के विभिन्न पहलुओं को कवर करने वाले प्रदर्शनों की एक प्रभावशाली श्रृंखला में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन, मणिपुर के स्थानीय नृत्य जैसे थौगल जागोई और रोंगमेई लाम, लोक गीत और रैंप वॉक शामिल थे, जिसमें नागालैंड मणिपुर और मिजोरम  के विभिन्न समाजों और जनजातियों के कई परिधानों और कपड़ों का प्रदर्शन किया गया था।  छात्रों ने असम के महान संगीतकार और गायक भूपेन हजारिका को श्रद्धांजलि देते हुए उनके गीतों को याद किया और गाया।  इस आयोजन में उत्तर पूर्वी समुदायों की विशिष्टता और विविधता को प्रकाश में लाया गया, जो अन्यथा देश के प्रमुख इतिहास और संस्कृति के किनारे अलग-थलग रहते हैं।

 कार्यक्रम को कॉलेज के शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली।  सभा को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य डॉ पवन कुमार शर्मा ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत धरोहर की प्रशंसा की और बताया कि एेसे आयोजनों के माध्यम से हम अपने देश की महान सांस्कृतिक विविधता के अछूते पहलुओं का जश्न मनाते हैं।